रविवार, 14 अगस्त 2016

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-93

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-93


1. संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल की गई चार नई भाषाएँ हैं?
►संथाली , मैथिली , बोडो और डोगरी

2. भारतीय भाषाओं को कितने प्रमुख वर्गों में बाँटा गया है?
►4

3. भारत में सबसे अधिक बोला जाने वाला भाषायी समूह है?
►-इण्डो-आर्यन

4. भारत में सबसे कम बोला जाने वाला भाषायी समूह है?
►-चीनी-तिब्बती
5. ऑस्ट्रिक भाषा समूह की भाषाओं को बोलने वालों को कहा जाता है?
►-किरात

6. चीनी-तिब्बती भाषा समूह की भाषाओं के बोलने वालों को कहा जाता है?
►-निषाद

7. अपभ्रंश के योग से राजसाषानी भाषा का जो साहित्यिक रूप बना, उसे कहा जाता है?
►-डिंगल भाषा

8. ‘एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।’ यह पंक्ति किस भाषा की है?
►-ब्रजभाषा
9. अमीर ख़ुसरो ने जिन मुकरियों, पहेलियों और दो सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा है?
►-खड़ीबोली

10. देवनागरी लिपि को राष्ट्रलिपि के रूप में कब स्वीकार किया गया था?
►-14 सितम्बर, 1949

11. ‘रानी केतकी की कहानी’ की भाषा को कहा जाता है?
►-खड़ीबोली

12. प्रादेशिक बोलियों के साथ ब्रज या मध्य देश की भाषा का आश्रय लेकर एक सामान्य साहित्यिक भाषा स्वीकृत हुई, जिसे चारणों ने नाम दिया?
►-पिंगल भाषा

13. पंच-परमेश्वर किसकी रचना हैँ?
►-प्रेमचंद की
14. ‘बाँगरू’ बोली का किस बोली से निकट सम्बन्ध है?
►-खड़ीबोली

15. डोगरी भाषा मुख्य रूप से कहाँ बोली जाती है?
►-जम्मू कश्मीर
16. भारत के किस प्रान्त में कोंकणी भाषा बोली जाती है?
►-महाराष्ट्र तथा गोवा

17. आन्ध्र प्रदेश की राजकीय भाषा है?
►-तेलुगु

18. ‘हिन्दी साहित्य का अतीत: भाग- एक’ के लेखक का नाम है?
►-डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र

19. प्रेम लक्षणा भक्ति को किस भक्ति शाखा ने अपनी साधना का मुख्य आधार बनाया है?
►-कृष्णभक्ति शाखा

20. ‘हंस जवाहिर’ रचना किस सूफी कवि द्वारा रची गई थी?
►-कासिमशाह

21. अमीर ख़ुसरो ने किसके विकास में अग्रणी भूमिका निभाई?
►-खड़ी बोली

22. त्रिपुरा की राजभाषा है?
►-बांग्ला
23. आँख की किरकिरी होने का अर्थ हैँ?
►-अप्रिय लगना
24. लाल पीला होने का अर्थ हैँ?
►-क्रोध करना

25. ‘नमक का दरोगा’ कहानी के लेखक हैं?
►-प्रेमचंद

हिन्दी में आत्मकथा

हिन्दी में आत्मकथा


हिन्दी में आत्मकथा इस विध का आरंभ बनारसीदास जैन की पद्यात्मक रचना अर्धकथानक(1641) से होता है। किंतु गद्य विधा के रूप में इसकी प्रतिष्ठा आधुनिक युग में ही हुई। स्वामी दयानन्द लिखित जीवनचरित्र (संवत् 1917 वि.), सत्यान्द अग्निहोत्री लिखित मुझ में देव जीवन का विकास (1910 वि.), भाई परमानन्द लिखित आप बीती (1921 वि.), रामविलास शुक्ल लिखित मैं क्रान्तिकारी कैसे बना (1933 ), भवानी दयाल संन्यासी कृत प्रवासी की कहानी(1939), डॉ. श्याम सुन्दरदास रचित मेरी आत्मकहानी (1941), राहुल सांकृत्यायन कृत मेरी जीवन यात्रा(1946), डा. राजेन्द्र प्रसाद रचित आत्मकथा (1947) वियोग हरि कृत मेरा जीवन प्रवाह (1948), सेठ गोविन्ददास कृत आत्मनिरीक्षण (तीन भाग 1958) पाण्डेय बेचन शर्मा 'उग्रÓ रचित अपनी खबर(1960) तथा आचार्य चतुंरसेन शास्त्री कृत मेरी आत्मकहानी (1963) इस विषय की महत्वपूर्ण कृतियां हैं। इसी क्रम में जीवन के चार अध्याय (1966) में प्रेमचन्द ने 'हंस’ के आत्मकथांक में कुछ साहित्यकारों की संक्षिप्त आत्मकथाएं प्रकाशित की थीं।

हिन्दी में महत्त्वपूर्ण आत्मकथाएं प्रकाशित हुई हैं इनमें क्या भूलूँ क्या याद करूँ (1969), नीड का निर्माण फिर (1979), बसेरे से दूर (1978) और दशद्वार से सोपान तक (1985) (चार खण्डों में), हरिवंश राय बच्चन, अपनी कहानी(1990), वृन्दावन लाल वर्मा, मेरी फिल्मी आत्मकथा(1947), बलराज साहनी, यशपाल जैन की आत्मकथा मेरी जीवन धारा(1987), डॉ. नगेन्द्र की आत्मकथा अद्र्धकथा(1988),फणीश्वरनाथ 'रेणुÓ की आत्मकथा आत्मपरिचय (1988) सं. भारत यायावर, रामदरश मिश्र की आत्मकथा समय सहचर है(1990), गोपालप्रसाद व्यास की आत्मकथा कहो व्यास, कैसी कही(1995) डॉ. रामविलास शर्मा की आत्मकथा अपनी धरती अपने लोग (1996), भगवतीचरण वर्मा की आत्मकथा कहि न जाये का कहिए, नरेश मेहता की आत्मकथा हम अनिकेतन(1995) कमलेश्वर की आत्मकथा जो मंैने जिया, यादों के चिराग (1997), जलती हुई नदी(1999) राजेन्द्र प्रसाद की आत्मकथा मुड़ मुड़ के देखता हूं (2001), अखिलेष की आत्मकथा और वह जो यथार्थ था (2001), भीष्म साहनी की आत्मकथा आज के अतीत (2003), विष्णु प्रभाकर की आत्मकथा पंखहीन, मुक्त गगन में और पंछी उड गया (तीन खण्ड, 2004) आदि हैं।

पिछले कुछ वर्षों में आत्मकथा लेखन की परम्परा में एक उल्लेखनीय बात यह हुई है कि अब लेखिकाएं भी मुक्त मन से आत्मकथाएं लिखने लगी हैं। कालक्रम से देखा जाय तो दस्तक जिन्दगी (1990) और मोड़ जिन्दगी का(1996) इन दो खण्डों में प्रकाशित प्रतिभा आग्रवाल की आत्मकथा सबसे पहले आती है। इसी क्रम में क्रमश: जो कहा नहीं गया(1996) कुसुम अंसल, लगता नहीं है दिल मेरा(1997) कृष्णा अग्निहोत्री, बूंद बावड़ी(1999) पद्या सचदेव, कस्तूरी कुण्डल बसै(2002)मैत्रेयी पुष्पा, हादसे (2005) रमणिका गुप्ता, एक कहानी यह भी(2007) मन्नू भण्डारी, अन्या से अनन्या (2007)प्रभा खेतान, गुडिय़ा भीतर गुडिय़ा (2008) मैत्रेयी पुष्पा, पिंजरे की मैना(2005) चन्द्रकिरण सौनरेक्सा तथा और-और औरत (2010) कृष्णा अग्निहोत्री की आत्मकथा प्रकाशित हुई हैं।

कुछ दलित लेखकों का ध्यान भी आत्मकथा लिखने की ओर गया है। अपने अपने पिंजरे (भाग-1;1995, भाग-2;200) मोहनदास नैमिशराय, जूठन (1969) ओमप्रकाश वाल्मीकि, तिरस्कृत (2002) तथा संतप्त (2006) डॉ. सूरजपाल चौहान, नागफनी (2007) रूपनारायण सोनकार, मेरा बचपन मेरे कन्धों पर (2009) श्यौराज सिंह बेचैन, मेरी पत्नी और भेडिय़ा (2010) डा. धर्मवीर, मुर्दहिया (2010) डा. तुलसीराम, शिंकजे का दर्द (2012) सुशील टाकभौरे आदि की आत्मकथाओं ने हिन्दी जगत का ध्यान आकृष्ट किया है ।

दलित लेखकों द्वारा आत्मकथा लिखने में जोखिम भी बहुत हैं। जब शरण कुमार लिम्बाले की पत्नी यह प्रश्न करती हैं कि यह सब लिखने से क्या फायदा? तुम क्यों लिखते हो। कौन अपनाएगा हमारे बच्चों को? 1या ओमप्रकाश वाल्मीकि की पत्नी उनके सरनेम को लेकर कहती है कि हमारे कोई बच्चा होता तो मैं इनका सरनेम जरूर बदलवा देती 2 तब यह समस्या कितनी गंभीर है, यह सोचने की जरूरत है। लिम्बाले जी कहते है फिर भी मैं लिखता हूं। यह सोचकर कि जो जीवन मैंने जिया यह सिर्फ मेरा नहीें है मेरे जैसे हजारों,लाखों का जीवन हैै।

प्रमुख वाद और उनके प्रवर्तक

प्रमुख वाद और उनके प्रवर्तक


1. अद्वैतवाद- शंकराचार्य

2. विशिष्टाद्वैतवाद- रामानुजाचार्य

3. द्वैतवाद - माधवाचार्य

4. द्वैताद्वैतवाद-आचार्य निम्बार्क

5. शुद्धताद्वैतवाद -बल्लभाचार्य

6. स्यादवाद- पाश्र्वनाथ

7. संघातवाद/क्षणिकवाद-बुद्ध

8. श्री सम्प्रदाय - रामानुज

9. सनक सम्प्रदाय-निम्बार्क

10. रूद्र सम्प्रदाय -विष्णु स्वामी

11. ब्रम्ह सम्प्रदाय -माध्वाचार्य

12. रामावत सम्प्रदाय-रामानंद

13. विश्नुर्इ सम्प्रदाय-जंभनाथ

14. उदासी सम्प्रदाय-श्रीचंद्र

15. राधाबल्लभ सम्प्रदाय -श्रीचंद्र

16. हरिदासी (सखी) सम्प्रदाय-स्वामी हरिदास

17. गोडीय सम्प्रदाय-चैतन्य

18. भकित के प्रवर्तक -रामानुज

24. बिम्बवाद-टी.ए. हयूम

25. कैप्सूलवाद -ओंकार नाथ त्रिपाठी

26. मांसलवाद-रामेश्वर शुक्ल

27. छायावाद- जयशंकर प्रसाद

28. स्वछंदतावाद -श्रीधर पाठक

29. रीतिकाल- केशवदास

30. हालावाद- हरिवंश राय

31. प्रयोगवाद- अज्ञेय

32. अलंकर वाद -मम्मट

33. ध्वनिवाद -आनंदवर्धन

34. रीति- वामन

35. औचित्य- क्षेमेन्द्र

36. समानान्तर कहानी-कमलेश्वर

37. सचेतन कहानी-महीप सिंह

38. सहज कहानी -अमृत राय

39. सक्रिय कहानी -राकेश वत्स

40. पुषिटमार्ग- बल्लभाचार्य

41. नकेनवाद-नलिन विलोचन

42. वेदांतवाद-बादरायण

बुधवार, 10 अगस्त 2016

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-92

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-92


1. ईश्वर की कल्पना स्त्री के रूप में की गई है
(A) शिव-नारायणी संप्रदाय में
(B) सूफी संप्रदाय में
(C) कबीर पंथ में
(D) रसिक संप्रदाय में

2. ब्रजभाषा के संबंध में मान्यता है
I. ब्रजभाषा पश्चिमी हिंदी की बोली है।
II. ब्रजभाषा में तुलसीदास ने रचनाएँ की हैं।
III. ब्रजभाषा अर्धमागधी अपभ्रंश से विकसित हुई है।
IV. उपर्युक्त तीनों कथन सही हैं।

सही विकल्प बताइए-
(A) I और II दोनों गलत
(B) I और II दोनों सही
(C) I और II,III तीनों सही
(D) I औरIII दोनों सही

3.˝विभावानुभाव व्यभिचारिसंयोगाद्रसनिष्पतिः" रस सूत्र है-
I. उक्त सूत्र के उद्भवक मम्मट हैं।
II. उक्त सूत्र में संचारी भाव का उल्लेख है।
III. उक्त सूत्र में स्थायीभाव का स्पष्ट उल्लेख है।
IV.उक्त तीनों कथन सही हैं।

सही विकल्प बताइए-
(A) I और II दोनों सही
(B) I और II,III तीनों सही
(C) I औरIII दोनों सही
(D) I और II,IV तीनों गलत

4.काव्यशास्त्रियों के बारे में निम्नलिखित कथन हैं
I. ‘काव्यालंकार’ के रचनाकार भामह हैं।
II. भामह छठी सदी के आचार्य हैं।
III. ‘काव्यादर्श’ के रचनाकार दण्डी हैं।
IV. दण्डी नवीं सदी का आचार्य हैं।

सही विकल्प बताइए-
(A) I और II दोनों सही
(B) I और IV दोनों सही
(C) II,III और IV तीनों सही
(D) I,III औरIV तीनों सही

5. रस मीमांसा के विषय में कहा जाता हैं।
I. ‘रस मीमांसा’ के लेखक अभिनव गुप्त हैं।
II. ‘रस मीमांसा’ के लेखक रामचंद्र शुक्ल हैं।
III. ‘रस मीमांसा’ के संपादक विश्वनाथ प्रसाद मिश्र हैं।
IV. ‘रस मीमांसा’ के लेखक विश्वनाथ प्रसाद मिश्र हैं।

सही विकल्प बताइए-
(A) I और II दोनों सही
(B) II और III दोनों सही
(C) I सही और III गलत
(D) II सही और III गलत

6. ‘स्त्रुततिसम्मत हरिभक्तिपथ संजुतविरति विवेक’ प्रसिद्ध उक्ति है।
I. उक्त कथन तुलसीदस का हैं।
II. उक्त कथन नाभादास का हैं।
III. उक्त कथन में सगुण भक्ति की महिमा का बखान किया गया हैं।
IV. उक्त कथन भक्ति के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण हैं।
सही विकल्प बताइए-
(A) I और II दोनों सही
(B) II और III दोनों सही
(C) III और IV दोनों सही
(D) I और III दोनों सही

7. प्रथम प्राकृत भषा है-
(A) वैदिक संस्कृत
(B) शौरसेनी
(C) पालि
(D) लौकिक संस्कृत

8. आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं की दृष्टी से कौन-सा वर्ग सही है?
(A) मराठी, तमिल, गुजराती, उड़िया
(B) कश्मीरी, उड़िया, बंगला, पंजाबी
(C) असमिया, उड़िया, मलयालं, मारवाड़ी
(D) बंगला, मालवी, तेलुगु, सिंधी

9. सूफी प्रेमाख्यानक काव्यों में प्रथम रचना है –
A) मृगावती
B) पद्मावत
C) चंदायन
D) मधुमालती

10. रस संप्रदास का प्राचीनतम उपलब्ध ग्रंथ है
A) नाट्यशास्त्र
B) ध्वन्यालोक
C) अलंकारमंजरी
D) रसमंजरी

गुरुवार, 4 अगस्त 2016

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-91

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-91


1. अमीर खुसरो ने किस विधा में रचना नहीं की ?
(A) ग़ज़ल 
(B) मुकरी
(C) दो सुखने 
(D) रमैनी
2. हिंदी का प्रथम गद्य-ग्रंथ है :
(A) उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण
(B) भाषा योगवाशिष्ठ
(C) चंद छंद बरनन की महिमा
(D) चौरासी वैष्णवन की वार्ता
3. ‘दादू संप्रदाय’ किस प्रकार का संप्रदाय है?
(A) सगुणोपासक 
(B) निर्गुणोपासक
(C) उभयात्मक 
(D) नास्तिक
4. ‘महानुभाव संप्रदाय’ के प्रमुख आराध्य हैं :
(A) राम 
(B) कृष्ण
(C) शिव 
(D) शक्ति
5. ‘मसलानामा’ के रचनाकार हैं :
(A) कुतुबन 
(B) मंझन
(C) जायसी 
(D) नूर मुहम्मद
6. पुष्टिमार्ग सिद्धांत के मूल प्रवर्तक कौन है ?
(A) वल्लभाचार्य 
(B) बिट्ठलनाथ
(C) कुंभनदास 
(D) जगजीवनदास
7. तुलसीदास की कौनसी रचना ज्योतिष पर आधारित है ?
(A) गीतावलि
(B) रामलला नहछू
(C) रामाज्ञा प्रश्न
(D) जालकीमंगल
8. इनमें रीतिकालीन कवियों की कौन सी मुख्य प्रवृत्ति नहीं रही है ?
(A) लक्षण ग्रंथ-परंपरा
(B) नायक-नायिका भेद
(C) नखशिख वर्णन
(D) योग-दर्शन
9. ‘स्वत्व निज भारत गहै’- यह किसका कथन है?
(A) द्विजदेव
(B) ईश्वरचन्द्र विद्यासागर
(C) भरतेंदु हरिश्चन्द्र
(D) देवेंद्रनाथ
10. ‘शिवशंभु के चिट्ठे’ किस पत्र-पत्रिका में प्रकाशित हुए थे?
(A) विशाल भारत 
(B) माधुरी
(C) सरस्वती 
(D) भारत मित्र

शनिवार, 23 जुलाई 2016

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-90

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-90


1.निम्नलिखित रचनाकारों के उनके सर्वाधिक प्रिय वाद से सुमेलन कीजिए।
1) अरविंद दर्शन              क) सोहनलाल द्धिवेदी
2) गाँधीवाद                    ख) दिनकर
3) मार्क्सवाद                   ग) भैरवप्रसाद गुप्त
4) आंबेडकर-दर्शन           घ) मोहनदास नैमिषराय
                                       ङ) सुदर्सन

2. निम्नलिखित पत्रिकाओं को उनके सम्बद्ध देशों से सुमेलन कीजिए।
1) पुरूवाई                     क) ब्रिटेन
2) विश्वा                       ख) फिजी
3) जागृति                     ग) अमेरिका
4) आर्यमित्र                   घ) सूरीनाम
                                     ङ) रूस

3. हिन्दी के निम्नलिखित बोली-वर्गों को उनकी बोलियों के साथ सुमेलन कीजिए।
1) पश्चिमी हिन्दी                         क) मगही
2) पूर्वी हिन्दी                               ख) मालवी
3) राजस्थानी                               ग) बघेली
4) बिहारी हिन्दी                            घ) कन्नौजी
                                                    ङ) कुमांयुनी

4. निम्नलिखित समीक्षा प्रणालियों और समीक्षकों को सुमेलन कीजिए।
1) शैली वैज्ञानिक समीक्षा            क) लाला भगवानदीन
2) टीका-समीक्षा                          ख) रवींद्रनाथ श्रीवास्तव
3) व्यावहारिक समीक्षा                 ग) शिवदान सिंह चौहान
4) मार्क्सवादी समीक्षा                  घ) रामचंद्र शुक्ल
                                                   ङ) भगीरथ मिश्र

5. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलन कीजिए।
1) उठ उठ री लघु लोल लहर              क) महादेवी वर्मा
2) यह तो सब कुछ की तथता थी        ख) प्रसाद
3) देह प्रेम की जन्मभूमि है                 ग) अज्ञेय
4) पिस गया दे कठिन पाटों के बीच      घ) दिनकर
                                                          ङ) मुक्तिबोध

मंगलवार, 12 जुलाई 2016

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-89

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-89


1. निम्नलिखित पात्रों को उनके रचनाओं के साथ सुमेलित कीजिए।
1) राधा                क) राम की शक्ति पूजा
2) जाम्बवान        ख) असाध्य वीणा
3) युधिष्ठिर         ग) प्रियप्रवास
4) केशकंबली        घ) विजय पथ
                            ङ) महाप्रस्थान

2. निम्नलिखित स्त्री चरित्रों को संबंधित नाटकों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) शीलवती     क) पहला राजा
2) शर्मिष्ठा     ख) द्रौपदी
3) सुरेखा         ग) सूर्य की अंतिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक
4) उर्वी             घ) देवयानी का कहना है
                       ङ) देहान्तर

3. निम्नलिखित उपन्यासों को उनके लेखकों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) भाग्यवती                 क) अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध
2) नूतन ब्रह्मचारी        ख) श्रद्धाराम फिल्लौरी
3) अधखिला फूल           ग) राधाकुष्ण दास
4) आदर्श दंपति              घ) बालकृष्ण भट्ट
                                      ङ) लज्जाराम मेहता

4. निम्नलिखित आत्मकथाओं को उनके लेखकों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) पानी बिच मीन पियासी           क) रमणिका गुप्ता
2) आज के अतीत                        ख) रवीन्द्र कालिया
3) पिंजरे की मैना                         ग) मिथिलेश्वर
4) हादसे                                      घ) भीष्म साहनी
                                                    ङ) चंद्रकिरण सौनरेक्सा

5. निम्नलिखित रचनाकारों को उनकी रचनाओं के साथ सुमेलित कीजिए।
1) भरत                     क) साहित्य दर्पण
2) धनंजय                 ख) नाट्य दर्पण
3) सागरनंदी              ग) नाट्य शास्त्र
4) रामचंद्र गुणचंद्र      घ) दशरूपक
                                  ङ) नाटक लक्षण रत्नकोष

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-88

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-88


1. निम्नलिखित रचनाओं को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) रास पंचाध्यायी              क) रसखान
2) प्रेम वाटिका                   ख) सेनापति
3) कवित्व रत्नाकर             ग) नंददास
4) बरवै नायिका भेद            घ) आलम
                                           ङ) रहीम

2. निम्नलिखित काव्य पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) कौन परी यह बानि, अरी। नित नीर भरी गगरी ढरकावै।।         क) द्विजदेव
2) यह प्रेम को पंथ कराल महा। तरवारि की धार पै धावनौ है।       ख) प्रताप साहि
3) चोजिन के चोजी, मौजिन के महाराज हम कविराज हैं, पैचाकर चतुर के    ग) बोधा
4) चांदनी के भारन दिखात उनयो सो चंद, गंध ही के भारन बहत मंद मंद पौन।।      घ) पजनेस
                                                                                                  ङ) ठाकुर

3. निम्नलिखित रचनाओं को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) प्रबंध चिंतामणि                          क) श्रीधर
2) रणमल्ल छंद                              ख) जैनाचार्य मेरूतुंग
3) जयचंद प्रकाश                             ग) मधुकर कवि
4) जयमयंक जसचंद्रिका                   घ) भट्ट केदार
                                                        ङ) दामेदर

4) निम्नलिखित कविताओं को उनके प्रकाशन वर्ष के साथ सुमेलित कीजिए।
1) प्रेम माधुरी                         क) 1886
2) एकांतवासी योगी                ख) 1925
3) हिमतरंगिणी                      ग) 1875
4) नीहार                                घ) 1948
                                             ङ) 1930

5. निम्नलिखित कविताओं को उनके प्रकाशन वर्ष के साथ सुमेलित कीजिए।
1) कुकुरमुक्ता          क) 1933
2) हुंकार                   ख) 1942
3) भग्नदूत               ग) 1936
4) प्रेमसंगीत             घ) 1939
                                ङ) 1937

सोमवार, 11 जुलाई 2016

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-87

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-87


1. जयशंकर प्रसाद के नाट्यगीतों को उनके नाटकों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) आह वेदना मिली विदाई, मैंने भ्रमवश जीवन संचित मधुकरियों की भीख लुटाई।      क) अजातशत्रु
2) यौवन तेरी चंचल छाया इसमें बैठ घूँट भर पी लूँ जो रस तू है लाया।      ख) ध्रुनस्वामिनी
3) कैसी कडी रूप की ज्वाला पडता है पतंग-सा इसमें मन हो कर मतवाला।      ग) स्कंदगुप्त
4) स्वर्ग है नहीं दूसरा और सज्जन ह्रदय परम करूणामय यही एक है ठौर।       घ) कामना
       ङ) चन्द्रगुप्त

2. निम्नलिखित निबंध संग्रहों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) आस्था और सौंदर्य                 क) निर्मल वर्मा
2) अपनी अपनी बीमारी              ख) विद्यानिवास मिश्र
3) कला का जोखिम                    ग) रामविलास शर्मा
4) तमाल के झरोखे से                 घ) हरिशंकर परसाई
                                                  ङ) बालमुकुंद गुप्त

3. निम्नलिखित उपन्यासों को उनमें चित्रित गाँवों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) रागदरबारी                       क) गंगौली
2) आधा गाँव                        ख) बेलारी
3) मैला आँचल                      ग) लखनपुर
4) गोदान                              घ) मेरीगंज
                                             ङ) शिवपालगंज

4. निम्नलिखित संप्रदायों को उनके आचार्यों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) औचित्य                     क) भरत मुनि
2) वक्रोक्ति                     ख) आनन्दवर्द्धन
3) ध्वनि                          ग) भामह
4) रस                              घ) क्षेमेंद्र
                                       ङ) कुन्तक

5. निम्नलिखित रचनाओं को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) चर्च एण्ड स्टेट                             क) मैथ्थू आर्नल्ड
2) लिटरेचर एंड ड्रामा                       ख) होरेस
3) द फाउंडेशन ऑफ एस्थेटिक्स       ग) कॉलरिज
4) आर्स पोएतिका                            घ) विलियम वड्रर्सवर्थ
                                                       ङ) आई.ए.रिचड्रर्स

UGC-NET&SET-MODEL PAPER-86

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1. निम्नलिखित पात्रों को संम्बद्ध काव्य ग्रंथों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) चंदा                              क) बीसलदेव रासो
2) नागमती                       ख) चंदायन
3) राजमति                        ग) ढोला-मारू रू दूहा
4) मालवणी                       घ) पृथ्वीराज रासो
                                         ङ) पद्मावत

2. निम्नलिखित रचनाकारों को उनके आश्रयदाता राजाओं के साथ सुमेलित कीजिए।
1) चंदबरदाई                            क) छत्रसाल
2) बिहारी                                 ख) परमाल
3) जगनिक                              ग) जयसिंह
4) भूषण                                   घ) पृथ्वीराज चौहान
                                                ङ) बीसलदेव

3. निम्नलिखित काव्यकृतियों को उनके कवियों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) मुक्तिप्रसंग                             क) लीलाधर जगूडी
2) खुशबू के शिलालेख                  ख) रामधारी सिंह दिनकर
3) अनुभव के आकाश में चाँद        ग) राजकमल चौधरी
4) रेणुका                                      घ) नरेश सक्सेना
                                                    ङ) भवानीप्रसाद मिश्र

4. निम्नलिखित काव्यकृतियों को उनके कवियों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) आत्मजयी                           क) सवेश्वरदयाल सक्सेना
2) खूँटियों पर टँगे लोग             ख) श्रीकात वर्मा
3) मगध                                   ग) राजेश जोशी
4) पहाड पर लालटेन                 घ) कुँवर नारायण
                                                ङ) मंगलेश डबराल


5. निम्नलिखित काव्य पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए।
1) पराधीन रहकर अपना सुख शोक न कह सकता है। वह अपमान जगत में केवल पशु ही सह सकता है।                     क) मैथिलीशरण गुप्त
2) धरती हिल कर नींद भगा दे। वज्रनाद से व्योम जगा दे। दैव, और कुछ लाग लगा दे।                                              ख) जगन्नाथदास रत्नाकर
3) दिवस का अवसान समीप था गगन था कुछ लोहित हो चला।                                                                                 ग) नाथूराम शर्मा शंकर
4) भेजे मनभावन के ऊधव के आवन की, सुधि ब्रज-गाँवनि मैं पावन जबै लगीं।                                                         घ) रामनरेश त्रिपाठी

                                                                  ङ) अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध