हिन्दी गद्य साहित्य

हिन्दी गद्य साहित्य 


उपन्यास की संरचना (UPANYAS KI SANRACHNA)

आख्यानशास्त्र की विविध आयाम (AKHYANSHASTRA KE VIVIDH AAYAM)

उपन्यास का पठन-पाठन (UPANYAS KA PATHAN PAATHAN)

कहानी कला/आलोचना (KAHANI KALA/AALOCHANA)

प्रेमचन्द और आज का भारत (PREMCHAND AUR AAJ KA BHARAT)

गोदान की अर्थ ध्वनियाँ (GODAN KI ARTH DHWANIYAN) 

गोदान की समस्याएँ

गोदान का शिल्प

हिन्दी आलोचना में गोदान का मूल्यांकन

आंचलिकता की अवधारणा और हिन्दी उपन्यास

मैलाआंचल में लोकजीवन

मैला आंचल के पात्र (फणीश्वरनाथ रेणु)

मैलाआंचल की भाषा और शिल्प

हिन्दी आलोचना में मैलाआंचल का मूल्यांकन

बाणभट्ट की आत्मकथा में प्रेम का स्वरुप (BANBHATT KI ATMKATHA ME PREM KA SWAROOP)

बाणभट्ट की आत्मकथा का कथानक (BANBHATT KI ATMAKATHA KA KATHANAK)

बाणभट्ट की आत्मकथा के पात्र (BANBHATT KI ATMAKATHA KE PART)

हिन्दी आलोचना में बाणभट्ट की आत्मकथा

नौकर की कमीज़ का कथ्य (NAUKAR KI KAMEEZ KA KATHAY)

नौकर की कमीज़ की भाषा और शिल्प (NAUKAR KI KAMEEZ KI BHASHA AUR SHILP)

नौकर की कमीज़ के पात्र (NAUKAR KI KAMIZ KE PATRA)

उसने कहा था - चंद्रधर शर्मा गुलेरी

कफ़न – प्रेमचंद

कफ़न – प्रेमचद (DD NATIONAL)

आकाशदीप (AKASHDEEP)

गदल – GADAL

अज्ञेय की रोज (कहानी) (ROJ)

पत्नी (कहानी) – जैनेंद्रकुमार

परिन्दे – निर्मलवर्मा

यही सच है – मन्नू भंडारी (YAHI SACH HAI)

अमृतसर आ गया है। - भीष्म साहनी

दोपहर का भोजन - अमरकांत

कोसी का घटवार – शेखर जोशी (KOSI KA GHATVAR)

राजा निरबंसिया - कमलेश्वर

हास्यरस (कहानी) - ज्ञानरंजन

कविता की नयी तारीख़ – काशीनाथ सिंह (KAVITA KI NAI TARIKH)

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नाटक और रंगमंच 

हिंदी नाटक का इतिहास

पूर्व और उत्तर वैदिक कालीन रंगमंच

हिन्दी रंगमंच के उदय की पृष्ठभूमि -1 (औपनिवेशिक शासन से पूर्व)

हिन्दी रंगमंच के उदय की पृष्ठभूमि -2 (औपनिवेशिक शासन के दौरान)

नयी रंग तकनीक और समकालीन हिंदी रंगमंच

नाटक और नाट्य शिक्षण

नाटक के तत्व

नाट्य निर्देशन: चुनौतियाँ और संभावनाएँ

व्यावसायिक (पारसी) रंगमंच

अव्यवसायिक रंगमंच

रस सिद्धान्त

लोकनाटक

प्रमुख रंग व्यक्तित्व

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का रंगचिंतन

अंधेर नगरी की अंतर्वस्तु और प्रासंगिकता

अंधेर नगरी की लोकधर्मिता

पुनर्जागरण की अवधारणा और अंधेर नगरी

जयशंकर प्रसाद का रंग चिंतन

चन्द्रगुप्त: पाश्चात्य और भारतीय प्रभाव

जयशंकर प्रसाद की इतिहास धारणा और चन्द्रगुप्त नाटक

जयशंकर प्रसाद चन्द्रगुप्त नाटक में राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना

चंद्रगुप्त की रंगमंचीयता

चंद्रगुप्त में रस की अवधारणा

हिंदी रंग–चिंतन : मोहन राकेश