बुधवार, 27 जनवरी 2016

केदारनाथ सिंह (चित्र)


कुँवरनारायण का काव्य कथ्य


कुँवरनारायण का काव्य कथ्य कुँवरनारायण का काव्य कथ्य

कीर्ति चौधरी


अवधेश कुमार


अज्ञेय

अज्ञेय





अज्ञेय की कविताओं में लोक जीवन की अभूतपूर्व अभिव्यक्ति मिलती है। उनका रचना संसार लोक के चित्रों से ओतप्रोत है। लोकजीवन का अस्तित्व पंचभूतों पर अधारित है। वे प्रकृति के निकट रहनेवाले कवि हैं। इसकी अभिव्यक्ति अज्ञेय की कविता में हम देख सकते हैं-

कुछ भी गायब नहीं होता
रहता है, किसी न किसी तरह
आकाश, हवा, पानी, आग, मिट्टी

किसी न किसी तरह।

कैलाश वाजपेयी (चित्र)