गुरुवार, 28 जनवरी 2016
बुधवार, 27 जनवरी 2016
अज्ञेय
अज्ञेय
अज्ञेय की कविताओं में लोक जीवन की अभूतपूर्व
अभिव्यक्ति मिलती है। उनका रचना संसार लोक के चित्रों से ओतप्रोत है। लोकजीवन का
अस्तित्व पंचभूतों पर अधारित है। वे प्रकृति के निकट रहनेवाले कवि हैं। इसकी
अभिव्यक्ति अज्ञेय की कविता में हम देख सकते हैं-
कुछ भी गायब नहीं होता
रहता है, किसी न किसी तरह
आकाश, हवा, पानी, आग, मिट्टी
किसी न किसी तरह।
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